वीर विनायक सावरकर

हिंदू शब्द के थे पक्षधर
जो हिंदू, हिंदी, हिंदुस्तान के लिए
किया अपना सर्वोच्च न्योछावर
वीर विनायक सावरकर
हिंदू शब्द के थे पक्षधर
जो हिंदू महासभा के 6 बार
अध्यक्ष चुने गए
अनेक कृत्य देश हित में,
इनके द्वारा किए गए।
इनकी गाथा क्या लिखूं
जगजाहिर है इनकी कृति जुबानी
काले पानी की सजा याद करें
या याद करे अंग्रेजों की मनमानी
कोल्हू में तेल पेरते
सावरकर सा बलिदानी
वो बहरी शासन ही थी
जो बम से थर्राते
भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव
देख शासन डर जाते
दया की न करें कभी याचना
अनेक कष्ट और सहे यातना
काल कोठरी की दीवारों पर
कोयले की चाक से करे रचना
क्रांतिकारी की पंक्तियां लिखते
पैरों में पहने बेड़ियां।
इतना कुछ करने पर भी
क्यों इतिहास उसे भुला दिया
क्यों गौण है?
सावरकर जी, इतिहास के पन्ने से
या हिंदू होने का उन्हें सजा दिया ।
परीक्षाओं में अकबर-बाबर
से जुड़े सवाल
सावरकर जी गौण हो जाते हैं।
आज भी वीर सावरकर के आत्मा
यह सब देख रो😢 जाते हैं।
हमे उन्हें जीवंत रखना है
उनकी विरासत को संजोना है
कुछ रचनी है ऐसे ही अमर कविता और कहानी।
जो युग- युगांतर तक जानी जाए
सावरकर की कृति और कहानी
✍️कार्तिक कुसुम
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